8th Pay Commission 2024: 8th पे कमिशन 2024 की विस्तार रूप से जानकारी हम आज आपको इस आर्टिकल में देने वाले हैं। 8th पे वेतन आयोग का उद्देश्य केंद्रीय सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए वेतन और भत्तों की समीक्षा करना है। यह आयोग हर दस साल में स्थापित किया जाता है और वर्तमान में 7th पे वेतन आयोग के तहत कर्मचारी काम कर रहे हैं। इस बार कर्मचारियों को उम्मीद है कि सरकार उनके वेतन में अवश्य ही बढ़ोतरी करेगी।
8वीं वेतन आयोग का उद्देश्य
8th पे वेतन के उद्देश्य की बात करें तो इसका उद्देश्य भत्तों में वर्दी करना कर्मचारियों के वेतन को वर्तमान आर्थिक स्थिति के अनुसार बढ़ाना है और पेंशनरो के लिए बेहतर सेवानिवृत्ति लाभ सुनिश्चित करना है। इसके अलावा महंगाई का ध्यान रखते हुए महंगाई के प्रभाव को कम करने के लिए वेतन संरचना में सुधार करना है।
वेतन संरचना और लाभ
8th पे वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार कर्मचारियों को कम से कम वेतन 18,000 रुपए से बढ़कर अब लगभग 34,560 तक किया जा सकता है। इसके साथ ही पेंशनरों की पेंशन भी बढ़कर 17,280 तक की जा सकती है। यह वर्दी महंगाई के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए और पेंशनरों और कर्मचारियों के लाभ के लिए बढ़ाई जाएगी।
संभावित वेतन वृद्धि
आधिकारिक घोषणा से पहले ही कई विशेषज्ञों के अनुसार अनुमान लगाया गया है कि कर्मचारियों के वेतन में लगभग 20% से लेकर 35% तक की बढ़ोतरी की जा सकती है। इस वर्दी का असर विभिन्न स्तरों पर किया होगा।
वेतन मैट्रिक्स
निम्नलिखित दी गई सारणी में विभिन्न स्तरों पर 7वें और 8वें वेतन आयोग के तहत संभावित मूल वेतन का विस्तार रूप से विवरण दिया गया है:-
पे मैट्रिक्स लेवल | 7वें CPC का मूल वेतन | 8वें CPC का मूल वेतन |
लेवल 1 | ₹18,000 | ₹21,600 |
लेवल 2 | ₹19,900 | ₹23,880 |
लेवल 3 | ₹21,700 | ₹26,040 |
लेवल 4 | ₹25,500 | ₹30,600 |
लेवल 5 | ₹29,200 | ₹35,040 |
लेवल 6 | ₹35,400 | ₹42,480 |
लेवल 7 | ₹44,900 | ₹53,880 |
लेवल 8 | ₹47,600 | ₹57,120 |
लेवल 9 | ₹53,100 | ₹63,720 |
लेवल 10 | ₹56,100 | ₹67,320 |
पेंशन लाभ
पेंशनरों के लिए यह आयोग बहुत ही महत्वपूर्ण है वेतन में जो पेंशनर है उन्हें मिलने वाली राशि में भी बढ़ाये जाने की संभावना बताई जा रही है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें बेहतर जीवन जीने का मौका मिल पाएगा।
पेंशन की संभावित वृद्धि
पेंशनरों की पेंशन वर्तमान में जो मिल रही है उससे बढ़कर लगभग 25% से 35% तक हो सकती है। इसे उनके जीवन शैली में सुधार होगा और महंगाई के प्रभाव से भी उन्हें राहत मिल पाएगी।
महंगाई और आर्थिक स्थिति
महंगाई के चलते सरकारी कर्मचारीयो की मांगें बढ़ती ही जा रही है। पिछले कुछ वर्ष में महंगाई दर में बढ़ोतरी ने कर्मचारियों की खरीद सकती को प्रभावित किया है। इसलिए आवश्यक हो गया है कि सरकार एक नया वेतन आयोग का गठन करें। ताकि कर्मचारियों को उचित मुआवजा मिल सके और उन्हें परेशानी का सामना न करना।
महंगाई का प्रभाव
महंगाई के रोज बढ़ने के कारण कर्मचारियों के वास्तविक आय कम हो रही है और महंगाई अधिक बढ़ गई है जीवन यापन करने के लिए खर्च लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इस वजह से महंगाई का प्रभाव कर्मचारियों पर पड़ रहा है।